भारतीय विवाह में दूसरी शादी बिना तलाक अवैध अवास्था है और यह भारतीय दंड संहिता अधिनियम में एक अपराध है। परंतु धारा पर कानून अस्तरीय है, जिसके तहत पांच सीरा शादी करना बिना तलाक अपराध है। लेकिन धारा समझ में भी इसे स्पष्ट किया गया है।
भारतीय दंड संहिता धारा
भारतीय दंड संहिता धारा में धारा 494 के तहत बिना तलाक दूसरी शादी करना अपराध है। यह एक जाने हाना आवश्यक है कुंकि बिना तलाक दूसरी शादी करने पर कैसे अपराध से बचा जा सकता है?
कब दूसरी शादी अपराध नहीं?
- पहला मामला अधिकार हो:
- अगर कोई अधिकार होने पर पहली शादी अप्राभीत हो जाती है।
- पहली पत्नी की मौत:
- यदि पहली पत्नी की मौत हो गई है, तो दूसरी शादी संवैधान में नहीं लगेगी।
- घुमशुद्ध प्रकार:
- अगर कोई व्यक्ति समस्या के कारण में घुमशुद्ध प्रकार किया जाए, तो दूसरी शादी अपराध नहीं होगी।
सान्प्रदायिक पहलू
दूसरी शादी के संदर्भ में कानून से बचने के लिए विधि कानूनों की सीख लेना जरूरी है। अधिवक सीखन में यह कहा गया है कि पुरानी शादी के अवस्था गलत दूसरी शादी अपराध है।
इस विसय में सेह लगाता है कि कानून की सही जानकारी और सावधानिक सही की जानकारी से मिलकर सीख लेना चाहिए।