सोना भारतीय संस्कृति और परंपराओं में न सिर्फ़ एक आभूषण है, बल्कि यह एक निवेश भी माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोना खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना बहुत आवश्यक है? अगर आप सोने की खरीदारी करने जा रहे हैं, तो इन टिप्स को ज़रूर अपनाएँ, ताकि आपकी ख़रीदारी सुरक्षित और लाभदायक हो।
1. हॉलमार्क देखकर ही खरीदें
भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) द्वारा प्रमाणित हॉलमार्क सोने की शुद्धता की गारंटी देता है। इसलिए, जब भी आप सोना खरीदें, तो यह सुनिश्चित करें कि उसमें BIS हॉलमार्क हो।
2. कैरेट (Karat) की शुद्धता जांचें
सोने की शुद्धता कैरेट में मापी जाती है। 24 कैरेट सबसे शुद्ध होता है, लेकिन यह ज्वेलरी बनाने के लिए बहुत नरम होता है। आमतौर पर 22 कैरेट (91.6% शुद्ध), 18 कैरेट (75% शुद्ध) और 14 कैरेट (58.5% शुद्ध) का सोना ज्वेलरी में उपयोग किया जाता है।
3. मेकिंग चार्ज की जानकारी लें
हर ज्वेलरी शॉप पर मेकिंग चार्ज अलग-अलग हो सकता है। यह शुल्क आमतौर पर ज्वेलरी के डिज़ाइन और कारीगरी पर निर्भर करता है। इसलिए, विभिन्न दुकानों से तुलना करें और उचित दाम पर सोना खरीदें।
4. वज़न और बिलिंग का ध्यान रखें
- सोने की ज्वेलरी का वज़न बहुत महत्वपूर्ण होता है। कई बार दुकानदार सोने के साथ लगे स्टोन या अन्य सामग्री का वजन भी जोड़कर कीमत बढ़ा सकते हैं।
- हमेशा असली वज़न और स्टोन वज़न अलग-अलग जांचें।
- खरीदारी के बाद सही और विस्तृत बिल लेना न भूलें।
5. रीसेल वैल्यू और बाय-बैक पॉलिसी को समझें
अगर भविष्य में आप अपना सोना बेचना चाहते हैं, तो उस पर मिलने वाली कीमत जानना ज़रूरी है। कई ज्वेलर्स अपनी बाय-बैक पॉलिसी देते हैं, जिसमें वे कुछ कटौती के बाद सोना वापस खरीदते हैं।
6. ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी में अंतर समझें
ऑनलाइन सोना खरीदते समय:
- विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदें।
- ग्राहक समीक्षाएँ ज़रूर पढ़ें।
- रिटर्न पॉलिसी की जाँच करें।
- सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें।
7. सोने की कीमत और मार्केट ट्रेंड्स पर नज़र रखें
सोने की कीमतें रोज़ाना बदलती हैं। अगर आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं, तो सही समय का इंतजार करें और बाजार की स्थिति पर नज़र बनाए रखें।
8. बैंक और ज्वेलर्स में सोने की खरीदारी का अंतर
- बैंक से खरीदा गया सोना आमतौर पर सिक्कों या बार के रूप में होता है, लेकिन इसे वापस बेचने की सुविधा नहीं होती।
- ज्वेलरी शॉप से खरीदा गया सोना आसानी से बेचा जा सकता है और इसे ज्वेलरी में ढाला जा सकता है।
निष्कर्ष
सोने की खरीदारी एक बड़ा निवेश है, इसलिए इसे सोच-समझकर करना ज़रूरी है। हमेशा हॉलमार्क देखकर, सही दाम और मेकिंग चार्ज की तुलना करके ही खरीदारी करें। इसके अलावा, रीसेल वैल्यू और बाजार भाव का भी ध्यान रखें। इन टिप्स को अपनाकर आप अपनी खरीदारी को सुरक्षित और लाभदायक बना सकते हैं।
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